UP: दोस्त का मर्डर करने के लिए 3 महीने में 25 बार खिलाई दावत, 26वीं बार बुलाया तो…

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UP: दोस्त का मर्डर करने के लिए 3 महीने में 25 बार खिलाई दावत, 26वीं बार बुलाया तो...

बीकानेर में युवक की हत्या. demp pic.

पुलिस (Police) के सामने विक्की ने कबूल किया है कि उसने अपने जिगरी यार धर्मेंद्र को 3 महीने में 25 बार दावत पर गोदाम में बुलाया था. 26वीं बार में उसने धर्मेंद्र का मर्डर (Murder) कर दिया.

बुलंदशहर. खुर्जा के रहने वाले विवेक उर्फ विक्की और बुलंदशहर के रहने वाले वकील धर्मेन्द्र खासे दोस्त थे. दोस्ती भी ऐसी कि विक्की धर्मेन्द्र को भइया कहकर बुलाता था, लेकिन रुपयों के लेन-देने को लेकर दोनों के बीच ठन गई. इसी के चलते लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान विक्की ने दोस्त धर्मेन्द्र को ठिकाने लगाने की ठान ली.

इसके लिए उसने जगह चुनी अपना ही मार्बल का गोदाम. विक्की धर्मेन्द्र को दावत के बहाने गोदाम पर बुला लेता था, लेकिन किसी न किसी के आ जाने के चलते विक्की का प्लान फेल हो जाता था. पुलिस के सामने विक्की ने कबूल किया है कि उसने 3 महीने में 25 बार दावत पर धर्मेन्द्र को गोदाम पर बुलाया था, लेकिन 26वीं बार उसका मर्डर दावत खिलाने से पहले ही कर दिया.

जिगरी दोस्‍त की हत्‍या को ऐसे दिया अंजाम
तीन महीने में विक्की ने धर्मेन्द्र को 25 बार बुलंदशहर से खुर्जा दावत पर बुला चुका था. धर्मेन्द्र इतनी दूर इसलिए चला आता था कि खुर्जा के पनीर-आलू बड़े मशहूर हैं, लेकिन दावात खिलाने के बाद जैसे ही विक्की अपने दो नौकरों के साथ मिलकर धर्मेन्द्र का कत्ल करने वाला ही होता था कि विक्की का कोई न कोई मिलने वाला वहां आ जाता था. विक्की ने पुलिस को बताया कि दोस्तों को किसी तरह से भनक लग जाती थी कि मेरे गोदाम पर दावत चल रही है.ये भी पढ़ें :- इस संस्था की मदद से 27 ईसाई-मुस्लिम लड़के-लड़कियां भी बने IAS-IPS अफसर, बीते साल बने थे 18 अफसर 

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25 जुलाई की शाम विक्की ने फिर से धर्मेन्द्र को दावत पर बुलाया. नौकर भी तैयार थे. दावत के लिए पनीर-आलू भी बनाए गए, लेकिन जैसे ही धर्मेन्द्र आया तो दावत खिलाने का इंतज़ार किए बिना ही तीनों ने मिलकर धर्मेन्द्र का मर्डर कर दिया. चेहरे की पहचान छिपाने के लिए धारदार हथियार से कई वार किए. फिर शव को जलाने की कोशिश भी की गई. उसके बाद शव को गोदाम में ही बने सेफ्टी टैंक में दफना दिया गया.

6 दिन तक पुलिस के साथ दोस्त को तलाशता रहा विक्की

धर्मेन्द्र के गायब होते ही उसके परिवार वालों ने बुलंदशहर में अपहरण का मुकदमा दर्ज करा दिया. पुलिस भी तलाश में जुट गई. विक्की भी पुलिस के साथ मिलकर दोस्त की तलाश में लग गया. जिस जंगल के पास धर्मेन्द्र की बाइक बरामद हुई थी, वहां पुलिस ने ड्रोन से भी तलाश की, लेकिन धर्मेन्द्र नहीं मिला.

मुखबिर से पता चला कत्ल का राज़

1 अगस्त को पुलिस को मुखबिर से पता चला कि पुलिस चौकी के पास बने विक्की के मार्बल गोदाम में ही धर्मेन्द्र का कत्ल कर शव को वहीं दफना दिया गया है. जिसके बाद पुलिस ने गोदाम की तलाशी ली तो शव बरामद हो गया. पुलिस विक्की समेत उसके दोनों नौकरों को गिरफ्तार कर चुकी है. विक्की ने अपने नौकरों को एक-एक मकान देने का लालच दिया था.



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