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राजस्थान की राजनीति में जहां एक महीने तक कांग्रेस की पॉलिटिकल ड्रामेबाजी देखने को मिली। वहीं इसी बीच विपक्ष में खड़ी बीजेपी को लेकर भी ऐसे ही कयास जानकारों की ओर से लगाए जा रहे हैं। इसकी बानगी राजस्थान विधानसभा के विशेष सत्र में देखने को मिल गई है। बुधवार को वसुंधरा राजे भी विधानसभा सत्र में शामिल हुई, लेकिन राजे की मौजूदगी सदन में ना के बराबर देखने को मिले, लिहाजा कांग्रेस ने भी इशारों ही इशारों में कई बार यह कहने की कोशिश की। कांग्रेस ने कहना था कि बीजेपी में भी अब फूट साफ तौर पर देखी जा सकती है। जानकार भी इसे बीजेपी के लिए अच्छा संकेत नहीं बता रही है। ऐसे कई सवाल उठ रहे हैं, जहां प्रदेश बीजेपी में राजे की अलग- थलग करने की बात सामने आ रही है।
राजे की अगुवाई में तय हुआ , लाएंगे अविश्वास प्रस्ताव
आपको बता दें कि राजस्थान विधानसभा सत्र से एक दिन पहले बीजेपी की ओर से विधायक दल की बैठक हुई। इस बैठक में राजे की अगुवाई में बीजेपी की ओर से अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात कही गई। लेकिन ऐन मौके पर सत्र शुरू होने से पहले इस फैसले को पलटा गया। इसके बाद यह चर्चा हो रही है कि आखिर बीजेपी ने यू- टर्न क्यों मारा।
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राजे विधानसभा पहुंची, लेकिन कुछ देर बाद नहीं रही , कांग्रेस नेताओं ने किया जिक्र
विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले पूर्व सीएम वसुंधरा राजे सत्र में शामिल होने के लिए पहुंची। लेकिन इसके बाद उनकी मौजूदगी सत्र में ना के बराबर दिखी। कांग्रेस नेताओं ने इसका कई बार जिक्र किया। मंत्री सुभाष गर्ग ने सदन में अपनी बात रखते हुए कहा कि वसुंधरा राजे जी सदन में मौजूद नहीं है, लेकिन उनकी अनुपस्थिति में मैं यह कहना चाहता हूं कि उनके साथ बीजेपी में अच्छा नहीं हो रहा है। गर्ग ने राजे की अलग- थलग करने की बात कहने के साथ एक शेर भी कहा- साथ ही राठौड़ पर उन्हें साइडलाइन करने का आरोप लगाया।
कांग्रेस के ज्यादातर मंत्री ने सदन में उनकी अनुपस्थिति पर उठाया सवाल
सदन में अपनी बात रखने के दौरान जहां लगातार कांग्रेस के नेताओं ने राजे को अलग- थलग रखने की बात कही। वहीं सदन में उनकी अनुपस्थिति भी गिनाते रहे। सीएम गहलोत ने कहा कि बीजेपी के कुछ लोग ऐसी स्थिति बनाने की कोशिश की है कि जिससे मेरे और राजे की बीच बातचीत की स्थिति भी ना रहे। गहलोत ने कहा कि राजस्थान में परंपरा रही है कि पक्ष-विपक्ष एक दूसरे के अनुभवों को सरकार चलाने के लिए बांटते हैं, लेकिन कुछ लोग यह स्थिति खत्म करना चाहते हैं।
वसुंधरा जी की चुप्पी सब बता रही थी – प्रतापसिंह खाचरियावास
सदन की समापन के बाद परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने भी मीडिया से बातचीत की। इस दौरान खाचरियावास ने सदन में लोकतंत्र की जीत हुई है। साथ ही बीजेपी की षडयंत्र खुलकर सामने आ गया। खाचरियावास ने आगे कहा कि बीजेपी फ्लोर पर एक ही नहीं पाई। फ्लोर पर उनके दो किरदार ज्यादा दिखे । वसुंधरा जी की चुप्पी और उनका नहीं बोलना , बहुत कुछ कह रहा था सबने देखा। कुछ अपरिपक्व लोगों का षडयंत्र फेल हो गया। राजस्थान की जनता इस तरह की राजनीति को पसंद नहीं करती है।

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