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PM मोदी ने राम मंदिर का शिलान्यास कर 500 वर्षों के कलंक को मिटा दिया
स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने कहा है कि अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर निर्माण (Ram Mandir) से देश का हर एक नागरिक प्रसन्न है, चाहे वह किसी भी जाति और धर्म का हो.
इसके साथ ही अपने आश्रम में ही शिला पूजन कर उन्होंने रामलला की आरती भी उतारी. इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती बेहद भावुक उठे. राम मंदिर आंदोलन से बहुत करीब से जुड़े रहे स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने कहा कि 500 वर्षों का कलंक आज मिट रहा है. उन्होंने पीएम मोदी के हाथों शिला पूजन को ऐतिहासिक बताते हुए देशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं. इसके साथ ही साथ पीएम मोदी के लिए भी उन्होंने मंगल कामना की है.

भूमि पूजन से पहले पीएम मोदी ने लगाया पारिजात वृक्ष
स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने कहा है कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण से देश का हर एक नागरिक प्रसन्न है, चाहे वह किसी भी जाति और धर्म का हो. उन्होंने कहा है कि हिंदुओं के साथ ही मुस्लिम, सिख, ईसाई और दूसरे भी धर्म और पंथ को मानने वाले लोग खुश हैं. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के वरिष्ठ सदस्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने कहा है कि चातुर्मास के बाद यहां पर पूजी गई शिला को लेकर वह अयोध्या जाएंगे और जहां पर अन्य शिलायें रखी गई हैं, वहीं पर इस शिला को भी वह स्थापित करेंगे.ये भी पढे़ं- अयोध्या भूमि पूजन: PM मोदी ने जारी किया डाक टिकट, राममंदिर की छपी है तस्वीर
इस मौके पर पीएम मोदी द्वारा पारिजात का वृक्ष लगाए जाने को लेकर स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने कहा है कि पारिजात का वृक्ष स्वर्ग का वृक्ष है. महाभारत में माता कुंती ने भगवान भोले शंकर की पारिजात के पुष्प से आराधना की थी. जिसकी वजह से महाभारत के युद्ध में पांडवों को विजयश्री प्राप्त हुई थी. पारिजात के वृक्ष लगाए जाने को उन्होंने शुभ करार दिया है. इसके साथ ही कहा है कि पारिजात का वृक्ष बाराबंकी जिले में मौजूद है. जहां पर भगवान शिव का मंदिर भी है और वहां पर पारिजात के पुष्प से उनकी पूजा-अर्चना की जाती है. ऐसा वृक्ष जब अयोध्या में लगाया गया है तो निश्चित तौर पर अच्छे फल की प्राप्ति होगी.
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