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परीक्षाओं के ख़िलाफ़ खुला पत्र
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की ओर से जारी परीक्षार्थियों और अभिभावकों के समर्थन में तथा परीक्षाओं व भाजपा के ख़िलाफ़ खुले पत्र में कहा, ‘भाजपा की तरफ से ये हास्यास्पद और तर्कहीन बात फैलायी जा रही है कि जब लोग दूसरे कामों के लिए घर से निकल रहे हैं तो परीक्षा क्यों नहीं दे सकते?’ खुले पत्र में एक नारा भी लिखा गया है, आइये मिलकर कहें, ‘जान के बदले एग्जाम’ नहीं चलेगा-नहीं चलेगा!!’
#StudentLivesMatter#INDIAunitedtoPostponeJEE_NEET#ProtestAgainstExamsInCOVID#PostponeNEET_JEE#JEENEET#BJPSOLD4JEENEET#NoMoreBJP#AntiStudentModiGovt#NEET2020#JEE2020#HealthOverNEETjee#SATYAGRAH_AgainstExamsInCovid@PTI_News@ANI@HSnewsLive pic.twitter.com/opou91XoiK
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 27, 2020
लोग मजबूरी में घर से निकल रहे हैंपत्र में कहा गया कि भाजपाई सत्ता के मद में ये भी भूल गये कि लोग मजबूरी में निकल रहे हैं. जो लोग घर पर रहकर बचाव करना भी चाहते हैं, सरकार परीक्षा के नाम पर उन्हें बाहर निकलने पर बाध्य कर रही है.पढ़ें पूरा लेटर-संक्रमण हो गया तो कीमत सरकार चुकाएगी ?अखिलेश यादव ने पत्र में कहा, ‘ऐसे में अगर किसी परीक्षार्थी, उनके संग आए अभिभावक या घर लौटने के बाद उनके संपर्क में आए घर के बुजुर्गों को संक्रमण हो गया तो उसकी कीमत क्या ये सरकार चुकाएगी ?’युवाओं और अभिभावकों के ख़िलाफ़ प्रतिशोधात्मक कार्रवाई उन्होंने कहा, भाजपा ये समझ चुकी है कि बेरोज़गारी से जूझ रहा युवा तथा कोरोना, बाढ़ व अर्थव्यवस्था की बदइंतज़ामी से त्रस्त ग़रीब, निम्न व मध्य वर्ग अब कभी उसको वोट नहीं देगा, इसीलिए वो युवाओं और अभिभावकों के ख़िलाफ़ प्रतिशोधात्मक कार्रवाई कर रही है. भाजपा को सिर्फ़ वोट देनेवालों से मतलब है.ये भी पढ़ें-NEET, JEE स्थगित करने की मांग तेज, जानें इस मुद्दे के बारे में सब कुछSC/ST के उप-वर्गीकरण पर 2004 के फैसले पर पुनर्विचार करने की जरुरत: सुप्रीम कोर्टअखिलेश ने इस सिलसिले में कई ट्वीट किए. पढ़ें-
*‘जान के बदले एग्ज़ाम’*नहीं चलेगा-नहीं चलेगा!!!#StudentLivesMatter#INDIAunitedtoPostponeJEE_NEET#ProtestAgainstExamsInCOVID#PostponeNEET_JEE#JEENEET#BJPSOLD4JEENEET#NoMoreBJP#AntiStudentModiGovt#NEET2020#JEE2020#HealthOverNEETjee#SATYAGRAH_AgainstExamsInCovid
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 27, 2020
NEET, JEE व अन्य परीक्षाएं रोकने के लिए हृदयहीन सरकार एक बार माता-पिता के दिल से सोचे. कोरोना व बाढ़ में केवल शहरी व अमीर ही केंद्रों तक पहुँचने व परीक्षा देने में समर्थ हैं.
ये पैसोंवालों की भाजपा सरकार का ग़रीब-ग्रामीण के ख़िलाफ़ षड्यंत्र है.#ProtestAgainstExamsInCOVID— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 26, 2020
आज देश की प्राथमिकता टेस्टिंग बढ़ाने की है, जिससे सच्ची तस्वीर सामने आए व कोरोना से बचाव की कारगर योजनाएँ बनाने का दबाव सरकार पर पड़े. तभी लोग काम-कोरोबार कर पाएँगे, तभी माँग और कमाई पटरी पर आएगी व लोन की मासिक किश्तें चुकायी जा सकेंगी.
सरकार देशहित में मोरेटोरियम की अवधि बढ़ाए.— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 26, 2020
उल्लेखनीय है कि नीट और जेईई जैसी परीक्षाओं को टालने की मांग छात्रों का एक वर्ग कर रहा है, जिसका विभिन्न विपक्षी राजनीतिक दल समर्थन कर रहे हैं.
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