Jammu kashmir news: कश्‍मीर में पहली बार महिला जवानों के हाथों में सरहद की कमान

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दिसंबर 2019 को महिला जवानों की भर्ती हुई थी जिसमें उन्हें मिलिट्री पुलिस विंग में रखा गया है। महिला पल्‍टन को टंगधार सेक्टर के साधना टॉप इलाके में तैनात किया गया है। इस पोस्ट के पार एलओसी है। इसके अलावा कई सीमांत गांव लगते हैं।

Edited By Vaibhava Pandey | Lipi | Updated:

कश्‍मीर में तैनात महिला जवानकश्‍मीर में तैनात महिला जवान
हाइलाइट्स

  • कुपवाड़ा जिले के टंगधार सेक्टर में एलओसी के पास महिला जवान तैनात
  • कश्‍मीर में पहली बार सीमावर्ती इलाकों में महिला जवानों की हुई तैनाती
  • आतंकवाद से लड़ने के अलावा तस्करी के मामलों पर नजर रखेंगी ये जवान
  • इस समय इनकी बेंगलूर में ट्रेनिंग चल रही पर बीच बीच में यहां भी होगी तैनाती

गोविंद चौहान, श्रीनगर

कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के टंगधार सेक्टर में एलओसी के पास सेना की तरफ से महिला जवानों को तैनात किया गया है। इन्‍हें आतंकवाद से लड़ने के अलावा इलाके में तस्करी के मामलों पर नजर रखने के लिए भी लगाया गया है। कश्मीर में ऐसा पहली बार हुआ है, जब महिला जवानों को अंदरूनी सुरक्षा और आतंकवाद के खिलाफ काम करने के लिए लगाया गया है।

जानकारी के अनुसार, महिला पल्‍टन को टंगधार सेक्टर के साधना टॉप इलाके में तैनात किया गया है। इस पोस्ट के पार एलओसी है। इसके अलावा कई सीमांत गांव लगते हैं। इस पोस्ट पर महिला जवानों को तैनात किया गया है। सुरक्षा के लिहाज से यह पोस्ट काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है। इन महिला जवानों को नार्थ कश्मीर में डेपुटेशन पर लगाया गया है ताकि वह जमीनी हकीकत से रूबरू हो सके। दिसंबर 2019 को महिला जवानों की भर्ती हुई थी जिसमें उन्हें मिलिट्री पुलिस विंग में भर्ती किया गया। इस समय वह बेंगलूर में ट्रेनिंग प्राप्त कर रही हैं। ट्रेनिंग के दौरान ही उन्हें नार्थ कश्मीर में लगाया गया है ताकि वह कश्मीर के हालात में काम करना सीख लें।

नशे की तस्‍करी पर खास ध्‍यान

यह महिला पल्‍टन इस इलाके पर पूरी नजर बनाए हुए है। सेना की वर्दी डाल कर पोस्ट पर तैनात महिला जवान जहां एक तरफ एलओसी पर नजर बनाए हुए हैं वहीं इस बात पर भी ध्यान दिया जा रहा है कि अगर सीमा पार से कोई नशे की खेप लेकर जा रहा है तो उसे भी पकड़ा जा सके। सेना के आला अधिकारियों का कहना है कि इस इलाके में सीमा पार से आने वाले नशे की खेप को तस्करी करके ले जाया जाता है, जिसमें तस्कर महिलाओं की मदद ले रहे हैं। ऐसे में वह आसानी से सेना के हाथों से निकल जाती है। लेकिन अब इस पोस्ट पर महिला जवानों के तैनात रहने से ऐसा होना नामुमकिन है। सेना के आला अधिकारियों ने बताया कि यह महिला पलटून असम राइफल की है। असम राइफल पहले भी कई ऐसे इलाकों में तैनात रह चुकी है। यहा पर काफी खतरा है। ऐसे में उन्हें कश्मीर में लगाया गया है।

साधना टॉप क्यों पड़ा नाम

टंगधार सेक्टर में साधना टॉप पोस्ट एक महत्वपूर्ण पोस्ट है। यहा से एलअेसी पर निगरानी रखी जाती है। जब 1965 में भारत और पाकिस्‍तान के बीच में युद्व हुआ था तो उस दौरान मशहूर फिल्म अभिनेत्री साधना जवानों का हौंसला बढ़ाने के लिए इस जगह पर आई थी। उसके बाद इस जगह का नाम साधना टॉप और साधना पोस्ट पड़ गया।

Web Title for the first time in jammu and kashmir lady army jawan posted near line of controll(Hindi News from Navbharat Times , TIL Network)

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