[ad_1]

दिल्ली में पकड़े गए संदिग्ध आतंकी यूसुफ की मां कहकशां.
बलरामपुर (Balrampur) में आईएसआईएस (ISIS) के संदिग्ध आतंकी अबू युसुफ के पड़ोसियों ने बताया कि इसी साल लॉकडाउन के दौरान कब्रिस्तान में एक विस्फोट कर बम का ट्रायल किया गया था.
3 साल से जुटा रहा था विस्फोटक
अबू यूसुफ की मां ने बताया कि मुस्तकीम अक्सर यही कहा करता था कि यदि अयोध्या में मस्जिद भी बन जाएगी तो वहां कौन इबादत करने जाएगा? उसका अयोध्या में मंदिर-मस्जिद से कोई सरोकार नहीं था. उन्होंने बताया कि वह घर में भी हमेशा अपने मोबाइल में ही बिजी रहता था. अबू यूसुफ की मां ने दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के सामने मुस्तकीम के खुलासे से इत्तेफाक जताते हुए कहा कि वह यूट्यूब पर वीडियो देखा करता था और उसी से प्रभावित होकर 3 साल से विस्फोटक पदार्थो को जुटा रहा था.
सऊदी अरब से लौटने के बाद कट्टर हुआकहकशां ने कहा कि उस समय यह नहीं पता था कि इसके इरादे कितने खतरनाक हो चुके हैं. 2010 में सऊदी अरब से आने के बाद ही अबू यूसुफ आतंक की दुनिया की ओर चल पड़ा था. यूसुफ की मां ने यह भी बताया कि वह किसी से बहुत ज्यादा मतलब नहीं रखता था. 2010 में सऊदी अरब से लौटने के बाद ही उसकी जिंदगी कट्टरता की राह पर चल पड़ी थी, जिसके कारण पूरे गांव के लोगों ने अबू यूसुफ के परिवार से किनारा कर लिया था.
गांव में सभी ने परिवार से संपर्क तोड़ा
वहीं यूसुफ के पड़ोस में रहने वाली बुजुर्ग महिला ताहिरा ने बताया कि अबू यूसुफ उर्फ मुस्तकीम के परिवार से गांव के सभी लोगों ने सबंध समाप्त कर लिए थे. शादी-विवाह व अन्य समारोह में भी मुस्तकीम के परिवार से कोई व्यवहार नहीं होता था. पड़ोस में रहने वाली एक अन्य महिला असफिया खानम ने बताया कि मुस्तकीम के कारण ही गांव के अन्य सभी परिवारों ने मुस्तकीम के परिवार से दूरी बना ली थी.
लॉक डाउन के दौरान कब्रिस्तान में किया विस्फोट का ट्रायल
असफिया खानम ने बताया कि अप्रैल 2020 में लॉक डाउन के समय ही गांव के पूरब में स्थित कब्रिस्तान में विस्फोट का ट्रायल हुआ था, जिसमें बहुत तेज आवाज सुनाई पड़ी थी और धुएं का गुबार आसमान की ओर गया था लेकिन उस समय किसी ने सपने में भी नही सोचा था कि यह काम मुस्तकीम ने किया है और उसके इरादे कितने खतरनाक हो चुके हैं?
[ad_2]
Source link