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इस बस से यात्रियों को वापस लाया गया है.
Agra Bus Hijack Case Update: बस हाईजैक का पूरा मामला अब पैसों के विवाद को लेकर बताया जा रहा है. बचना के लिए बदमाशों ने फाइनेंस कंपनी (Finance Company) की झूठी कहानी पुलिस के सामने बताई थी.
बताया जा रहा है कि पुलिस को गुमराह करने के लिए प्रदीप ने फाइनेंस कंपनी की कहानी गढ़ी थी. प्रदीप की कहानी में ही आगरा पुलिस उलझ गई. बता दें कि बस मालिक अशोक अरोड़ा की कल रात ही मौत हुई है. उनके बेटे पवन ने प्रदीप गुप्ता को पहचाना तब जाकर पूरी कहानी सामने आई. अब पुलिस प्रदीप की गिरफ्तारी की कवायद कर रही है. बता दें कि गुरुग्राम से चली बस को आगरा में अगवा किया गया. इसके बाद यात्रियों को दूसरे बस से झांसी भेजा गया.
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कथित हाईजैक बस में सवार यात्री.
शातिर खिलाड़ी बताया जा रहा है प्रदीप
प्रदीप गुप्ता उर्फ गुड्डा फर्जी कागात से बसों को परमिट दिलाने का शातिर खिलाड़ी बताया जा रहा है. मार्च 2018 में एसएसपी इटावा रहे वैभव कृष्ण ने परिवहन विभाग में फर्जी प्रपत्र तैयार करने के मामले में दो आरटीओ के साथ प्रदीप को भी जेल भेजा था. जानकारी के मुताबिक, हाईजैक का मास्टरमाइंज प्रदीप खुद डेढ़ दर्जन बसों का मालिक है. फिरोजाबाद और इटावा में उसने करोड़ों की संपत्ति भी बना रखी है. 19 मार्च 2018 को इटावा के सिविल लाइन थाने में प्रदीप गुप्ता के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज हुआ था.
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