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राम मंदिर भूमि पूजन के बाद VHP का बड़ा कार्यक्रम (सांकेतिक तस्वीर)
इससे पहले लखनऊ (Lucknow) पहुंचे विश्व हिन्दू परिषद के केंद्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार (Alok Kumar) ने कहा कि 492 साल की प्रतीक्षा के बाद ये समय आया है, जिसके पीछे लाखों लोगों का बलिदान है.
सूत्रों के मुताबिक इस अभियान को लेकर VHP की बड़ी बैठक दिसंबर में होगी. वीएचपी की इस बैठक में अभियान पर मुहर लग सकती है. फिलहाल अलग-अलग शहरों व गांवों में भूमि पूजन के प्रसाद वितरण का कार्यक्रम चल रहा है. बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए VHP काफी सक्रिय रही है और अब निर्माण से पहले उसने एक बड़े कार्यक्रम की घोषणा की है.
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अगर अतीत की बात करें तो राम मंदिर आंदोलन से दलितों को जोड़ने के लिए संघ, विहिप जैसे संगठन शुरुआत से ही लगे हैं. 9 नवंबर, 1989 को जब राम मंदिर का शिलान्यास हो रहा था तब पहली ईंट बिहार के दलित कार्यकर्ता कामेश्वर चौपाल के हाथों रखवाई गई थी. इसके जरिए राम मंदिर आंदोलन के पीछे संपूर्ण हिंदू समाज के खड़ा होने का संदेश दिया गया था.इससे पहले लखनऊ (Lucknow) पहुंचे विश्व हिन्दू परिषद के केंद्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार (Alok Kumar) ने कहा कि 492 साल की प्रतीक्षा के बाद ये समय आया है, जिसके पीछे लाखों लोगों का बलिदान है. राममंदिर का संकल्प पूरा हो जाने के बाद क्या काशी (Kashi) और मथुरा (Mathura) के एजेंडे पर विश्व हिन्दू परिषद काम करेगा? इस सवाल पर विहिप कार्याध्यक्ष ने कहा कि जब तक रामत्व नहीं आएगा, कार्य पूरा नहीं होगा. मथुरा, काशी की बात अभी नहीं क्योंकि अयोध्या (Ayodhya) ही अभी अधूरा है.
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