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‘रामराज्य’ की बात करने से यूपी की गरीब जनता का उत्थान नहीं होने वाला (file photo)
मायावती (Mayawati) ने कहा कि यदि इस आरोप में थोड़ी भी सत्यता होती तो फिर बीएसपी (BSP) अपनी पिछली सरकार में खासकर ब्राह्मण समाज के विधायकों को बड़ी संख्या में मंत्री व अन्य उच्च पदों पर क्यों रखती.
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि खासकर ब्राह्मण समाज के प्रति बीजेपी की जातिवादी कार्यशैली से दुखी होकर अब इस पार्टी से अलग होकर रहेगा. इसके साथ ही बीएसपी में जुड़ते हुये ब्राह्मण समाज के लोग कह रहे हैं कि तिलक, तराजू की बात करने वाले अब परशुराम की बात कर रहे हैं, लेकिन यह समाज काफी बुद्धिमान है. इनके बहकावे में नहीं आयेगा.
4. यदि इस आरोप में थोड़ी भी सत्यता होती तो फिर बीएसपी अपनी पिछली सरकार में खासकर ब्राह्मण समाज के विधायकों को बड़ी संख्या में मन्त्री व अन्य उच्च पदों पर क्यों रखती? वैसे यह समाज सब कुछ जानता है। वे बिल्कुल गुमराह नहीं होंगे। पार्टी को इनपर पूरा भरोसा।4/4
— Mayawati (@Mayawati) August 22, 2020
मायावती ने कहा कि जबकि जग-जाहिर तौर पर तिलक, तराजू आदि की बात बीएसपी ने कभी नहीं कही और ना ही बाबरी मस्जिद के स्थान पर शौचालय बनाने की भी बात कही है. यह सब घृणित आरोप विरोधियों नेे केवल बीएसपी को नुकसान पहुंचाने के लिए इन्हेंं जबरन हमारी पार्टी से जोड़ दिया है, जो अति-निन्दनीय. BSP को ब्राह्मण समाज पर पूरा भरोसा
मायावती ने कहा कि यदि इस आरोप में थोड़ी भी सत्यता होती तो फिर बीएसपी अपनी पिछली सरकार में खासकर ब्राह्मण समाज के विधायकों को बड़ी संख्या में मंत्री व अन्य उच्च पदों पर क्यों रखती. वैसे यह समाज सब कुछ जानता है. वह भाजपा की सरकार के सब्जबाग से बिल्कुल गुमराह नहीं होंगे. बसपा को तो ब्राह्मण समाज पर पूरा भरोसा है.
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