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मेरठ के सौरभ चौधरी काे अर्जुन पुरस्कार के लिए नामित किया गया है.
मेरठ (Meerut) के शूटिंग चैंपियन सौरभ चौधरी को इस बार अर्जुन पुरस्कार के लिए नामित किया गया है. अगर उन्हें पुरस्कार मिलता है तो वह सबसे कम उम्र में अर्जुन पुरस्कार जीतने वाले खिलाड़ी बन जाएंगे.
आईएसएसएफ विश्व कप, वर्ल्ड चैंपियनशिप, युवा ओलम्पिक और एशियाई खेलों में सौरभ ने 10 से ज्यादा स्वर्ण पदक जीतकर इतनी कम आयु में तहलका मचा दिया है. गोल्डन बॉय सौरभ चौधरी के निशाने पर अब टोक्यो ओलम्पिक है. जो कोरोना के चलते स्थगित हो गया है. सौरभ ने आईएसएसएफ चैपियनशिप में नया विश्व रिकॉर्ड स्थापित किया है.
गांव वाले कहते हैं सोने का तमगा वाला लाल
मेरठ के सरुरपुर ब्लॉक के एक छोटे से गांव में कलीना में जन्मे सौरभ चौधरी पर सभी को नाज़ है. गांव के लोग अपने लाल को सोने का तमगा वाला लाल कहते हैं. पूरा कलीना गांव अपने लाल की कामयाबी से ख़ुशी से झूम रहा है. किसान पिता और माता को तो मानों सारा जहां मिल गया हो.रोज कई किलोमीटर जाता था शूटिंग करने: मां
सौरभ चौधरी की मां बताती हैं कि उनका लाल रोज़ाना कई किलोमीटर की पैदल यात्रा करके, कभी ट्रक तो कभी बुग्गी पर सवार होकर शूटिंग की प्रैक्टिस पर जाया करता था. बागपत के शूटिंग रेंज में सौरभ चौधरी प्रैक्टिस किया करते थे. वहीं किसान पिता अपने लाडले की इस उपलब्धि पर ख़ुशी से फूले नही समा रहे हैं. सौरभ ने कितने पदक जीते हैं? इसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सौरभ का एक पूरा कमरा मेडल से भरा हुआ है. घर के लोग इसे मेडल वाला कमरा कहते हैं.
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