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शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद मुहर्रम पर सरकार द्वारा ताजियादारी और अजादारी की इजजत नहीं मिलने से नाराज हैं
मौलाना कल्बे जवाद (Shia Cleric Maulana Kalbe Jawwad) ने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) से भी दो बार मिलकर इजाजत मांगी लेकिन सरकार ने हमारी नहीं सुनी. अब हम सरकार को दो दिन का अल्टीमेटम देते हैं. अगले दो दिन तक मैं धरना करूंगा और सरकार से गुजारिश करूंगा कि वो अपनी गाइडलाइन में संशोधन करे
मौलाना ने कहा कि मोहर्रम की बुनियाद लखनऊ से ही है. पूरी दुनिया में यहां की अजादारी मशहूर है. हम सरकार से चुनिंदा लोगों के साथ अजादारी और ताजियादारी की परमिशन चाहते थे. हमने सरकार से यह कहा था कि वो हमें इमामबाड़े में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मजलिस करने की इजाजत दे लेकिन सरकार ने हमारी नहीं सुनी. यही नहीं सरकार ने घरों में भी ताजिए रखने की इजाजत नहीं दी.
ताजियादारी और अजादारी पर सरकार के गाइडलाइन से नाराज
उन्होंने कहा कि सरकार ने केवल पांच लोगों की ही इजाजत दी. जबकि हम यह चाहते थे कि सोशल डिस्टेंसिंग के साथ लोगों को बिठाया जाए और मोहर्रम में अजादारी की जाए. लेकिन किसी ने नहीं सुनी. उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में हड़कंप मचा हुआ है. ताजिया बनाने वालों को परेशान किया जा रहा है. जो लोग अपने घरों में ताजिए रख रहे हैं उनपर पर एफआईआर की जा रही है. मौलाना कल्बे जवाद ने कहा कि मैंने इजाजत के लिए रक्षा मंत्री और लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह से लेकर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी से भी मुलाकात की.मौलाना ने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी दो बार मिलकर इजाजत मांगी लेकिन सरकार ने हमारी नहीं सुनी. अब हम सरकार को दो दिन का अल्टीमेटम देते हैं. अगले दो दिन तक मैं धरना करूंगा और सरकार से गुजारिश करूंगा कि वो अपनी गाइडलाइन में संशोधन करे, और लखनऊ के बड़े इमामबाड़े में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ अजादारी की परमिशन दी जाए. इसके साथ ही घरों में ताजिया रखने की भी इजाजत दी जाए.
उन्होंने कहा कि भीड़ ना जमा हो इसका एहतराम हम सब को करना है लेकिन मोहर्रम ना मनाया जाए ऐसा हो नहीं सकता. (मोहम्मद शबाब की रिपोर्ट)
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