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भूमि पूजन का पहला प्रसाद दलित परिवार को मिला.
प्रसाद पाने के बाद महावीर ने कहा, ‘यह हमारे लिए दोहरी खुशी की तरह है. पहली यह कि राम मंदिर का हमारा सपना पूरा हुआ है और दूसरी ये कि हमें पहला प्रसाद मिला. ’
महावीर ने बताई अपनी दोहरी खुशी
प्रसाद पाने के बाद महावीर ने कहा, ‘मैं दलित हूं. मुख्यमंत्री ने पहला प्रसाद मुझे और मेरे परिवार को भेजा. मैं उनका धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने मुझे याद रखा .’ उन्होंने कहा, ‘यह हमारे लिए दोहरी खुशी की तरह है. पहली यह कि राम मंदिर का हमारा सपना पूरा हुआ है और दूसरी ये कि हमें पहला प्रसाद मिला. हमें उम्मीद है कि अब राज्य में जातीय भेदभाव समाप्त होगा और हर कोई विकास तथा सबके कल्याण के बारे में सोचेगा.’
कोविड-19 प्रोटोकॉल का ध्यान रखा गयाभूमि पूजन के लिए आमंत्रित अतिथियों के बारे में संपर्क करने पर अयोध्या के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि कोविड-19 प्रोटोकॉल के चलते भूमि पूजन के लिए काफी कम लोग आमंत्रित थे. अब श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट एवं प्रशासन अधिक से अधिक लोगों तक प्रसाद वितरित कर रहा है. अयोध्या में मुख्यमंत्री के निर्देश पर पहला प्रसाद महावीर के परिवार के पास भेजा गया. उन्होंने कहा कि भूमि पूजन के लिए आमंत्रित सभी लोगों को चांदी का सिक्का भेंट किया गया है, जिस पर राम दरबार का चित्र और ट्रस्ट का लोगो अंकित है.
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