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अस्पताल की तरफ से जारी मेडिकल बुलेटिन में कहा गया कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को दिल्ली कैंट के आर्मी हॉस्पिटल में 10 अगस्त को 12.07 बजे गंभीर हालत में भर्ती किया गया। जांच में उनके दिमाग में बड़ा सा थक्का नजर आया है जिसके लिए उनकी आपातकालीन जीवनरक्षक सर्जरी की गई। सर्जरी के बाद उनकी हालत नाजुक बनी हुई है।
Edited By Naveen Kumar Pandey | पीटीआई | Updated:

नई दिल्ली
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी मस्तिष्क में जमे खून के थक्के को हटाने के लिए की गई इस सर्जरी के बाद वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं। आर्मी रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल ने बताया कि अभी उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। सर्जरी से पहले 84 साल के मुखर्जी का कोरोनावायरस टेस्ट भी पॉजिटिव पाया गया था।
अस्पताल की तरफ से जारी मेडिकल बुलेटिन में कहा गया कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को दिल्ली कैंट के आर्मी हॉस्पिटल में 10 अगस्त को 12.07 बजे गंभीर हालत में भर्ती किया गया। उनकी चिकित्सीय जांच में उनके दिमाग में बड़ा सा थक्का नजर आया है जिसके लिए उनकी आपातकालीन जीवनरक्षक सर्जरी की गई। सर्जरी के बाद उनकी हालत नाजुक बनी हुई है।
उन्होंने सोमवार को ट्वीट किया था, ‘एक अलग प्रक्रिया के लिए अस्पताल आया हूं और यहां मेरा कोविड-19 परीक्षण पॉजिटिव आया है। पिछले सप्ताह मेरे संपर्क में आए लोगों से मैं अनुरोध करता हूं कि वे स्वयं को आइसोलेट कर लें और कोविड-19 का परीक्षण कराएं।’
मुखर्जी के यह खबर साझा करते ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी, केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी के नेता रामविलास पासवान ने उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी ने कहा, ‘पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी दा के कोविड-19 पॉजिटिव होने की खबर सुनकर चिंतित हूं। मेरी प्रार्थनाएं उनके और उनके परिवार के साथ हैं। मैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं।’
कांग्रेस के प्रवक्ता और राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी इस अनुभवी नेता के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से भी इस बारे में ट्वीट किया गया। बता दें कि लंबे राजनीतिक जीवन के दौरान मुखर्जी ने वित्त और रक्षा मंत्री जैसे पद भी संभाले। बाद में वे 2012 में देश के राष्ट्रपति बने और 2017 तक कार्य किया।
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