किसानों के लिए आई बड़ी खुशखबरी, सरकार ने गन्ने का एफआरपी ₹10 प्रति क्विटंल बढ़ाने को दी मंजूरी

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किसानों के लिए आई बड़ी खुशखबरी, सरकार ने गन्ने का एफआरपी ₹10 प्रति क्विटंल बढ़ाने को दी मंजूरी

किसानों के लिए आई बड़ी खुशखबरी

किसानों को राहत देते हुए मोदी सरकार ने बड़ा फैसला किया है. केंद्र सरकार (Government of India) ने गन्ने का एफआरपी 10 रुपये प्रति क्विंटल तक बढ़ा दिया है.

नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister of India) की अध्यक्षता में बुधवार सुबह हुई कैबिनेट की बैठक में गन्ना किसानों के लिए बड़ा फैसला लिया गया है. किसानों को राहत देते हुए मोदी सरकार ने बड़ा फैसला किया है. केंद्र सरकार (Government of India) ने गन्ने का एफआरपी 10 रुपये प्रति क्विंटल तक बढ़ा दिया है. आपको बता दें कि गन्ने की ख़रीद मूल्य को Fair & Remunerative Price (FRP) के तौर पर घोषित किया जाता है. चीनी वर्ष (Sugar Year) हर वर्ष 1 अक्टूबर से शुरू होकर अगले साल 30 सितंबर तक चलता है. पिछले साल ख़रीद मूल्य में बढ़ोतरी नहीं किए जाने का किसानों ने विरोध किया था. FRP वो मूल्य होता है जिस दर पर चीनी मिल किसानों से गन्ना खरीदते हैं.

गन्ना किसानों के करीब 20 हजार करोड़ रुपए चीनी मिलो पर बकाया है. ऐसे में एफआरपी बढ़ाने का कितना फायदा किसानों को मिलेगा ये कह पाना बेहद मुश्किल होगा.

किसानों के लिए आई खुशखबरी- मोदी सरकार के इस फैसले के बाद बाद गन्ना खरीद मूल्य 285 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है. इससे पहले 2019-20 में 2018-19 की तुलना में ख़रीद मूल्य में कोई बदलाव नहीं किया गया था.

आपको बता दें कि एफआरपी के अलावा राज्य सरकार भी अपने ओर से किसानों के लिए गन्ने का दाम तय करती है. इसे एसएपी (राज्य परामर्शित मूल्य) कहा जाता है. बीते वर्ष 2019-20 के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने गन्ने का राज्य परामर्शित मूल्य (एसएपी) 325 रुपये प्रति क्विंटल तक तय किया था. अगैती प्रजाति के लिए 325, सामान्य प्रजाति के लिए 315 और अनुपयुक्त प्रजाति के लिए 310 रुपये प्रति क्विंटल गन्ना मूल्य निर्धारित किया गया था. (लक्ष्मण रॉय, इकोनॉमिक पॉलिसी एडिटर- CNBC आवाज़)



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