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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (File Photo)
उत्तर प्रदेश के कानपुर (Kanpur) में खाद्यान्न वितरण में अनियिमितता और भ्रष्टाचार के आरोपों की शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंच गई. सीएम ने मामले में संयुक्त आयुक्त (खाद्य) कानपुर मंडल अमित कुमार मल्ल और कानपुर नगर के जिला पूर्ति अधिकारी अखिलेश कुमार श्रीवास्तव को निलंबित कर दिया है.
जांच में पाए गए दोषी
विभागीय सूत्रों ने बताया कि जनपद कानपुर नगर के खाद्यान्न वितरण में जो अनियमितता पाई गई, उससे यह स्पष्ट होता है कि नोडल अधिकारियों द्वारा नियमित रूप से खाद्यान्न वितरण का सत्यापन नहीं किया जाता था. जनपद के बिकरू ग्राम में राशन वितरण सुचारू रूप से नहीं था. साथ ही वर्ष 2017 में पूर्ति निरीक्षक के साथ मारपीट की गई थी, जिसकी प्रथम सूचना रिपोर्ट भी संबंधित कर्मचारी द्वारा दर्ज कराई गई थी. इस घटना की कोई भी सूचना शासन स्तर पर उक्त अधिकारियों द्वारा नहीं दी गई थी.
मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी ने खाद्यान्न आपूर्ति के दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही तथा कालाबाजारी में मिलीभगत के आरोपों में संयुक्त आयुक्त (खाद्य) कानपुर मंडल तथा जिला पूर्ति अधिकारी, जनपद कानपुर नगर को निलंबित करने का आदेश दिया है।@spgoyal @sanjaychapps1 @74_alok pic.twitter.com/FSgHtoqZy3
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) August 26, 2020
बिकरू गांव में सतही तौर पर निरीक्षण
जुलाई में संयुक्त आयुक्त (खाद्य) द्वारा आयुक्त, खाद्य व रसद के निर्देशों के क्रम में बिकरू ग्रामसभा का निरीक्षण सतही तौर पर किया गया था. बिकरू ग्राम की गंभीर घटना को देखते भी अधिकारियों द्वारा किसी भी कार्यवाही को गंभीरता से नहीं लिया गया. जाहिर है दोनों अधिकारी अपने कर्तव्य के प्रति लापरवाह थे और इनकी कालाबाजारियों से मिलीभगत भी थी.
मामले की जांच अपर आयुक्त (प्रशासन) को सौंपी गई
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री ने अमित कुमार मल्ल, संयुक्त आयुक्त (खाद्य) और अखिलेश कुमार श्रीवास्तव, जिला पूर्ति अधिकारी को तत्काल प्रभाव से निलम्बित करने का आदेश दिया है. सुनील कुमार वर्मा, अपर आयुक्त (प्रशासन) इस पूरे घटनाक्रम की जांच करेंगे.
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