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Edited By Anuj Maurya | नवभारत टाइम्स | Updated:

अयोध्या
सोमवार सुबह साढ़े नौ बजे से राम मंदिर भूमि पूजन के लिए पूजन कार्यक्रम शुरू हो गया। राम मंदिर स्थल पर गणेश पूजा के साथ शुरुआत हुई। साथ ही बड़ी देव काली और छोटी देव काली मंदिर में भी पूजा-अर्चना हुई। अयोध्या में स्थित दोनों धर्म स्थलों पर ट्रस्ट के सदस्य राजा विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र ने यजमान की भूमिका में पूजन शुरू कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने बताया कि जब राम मंदिर स्थल पर गणेश पूजा शुरू हुई इसके साथ ही इन दोनों मंदिरों में पूजा कराई गई। बड़ी देव काली भगवान राम की कुलदेवी हैं और छोटी देव काली माता सीता की कुलदेवी हैं।
आज राम अर्चना के साथ सुबह 8 बजे हनुमान गढ़ी में पूजा होगी और फिर 5 अगस्त को मुख्य कार्यक्रम में पीएम मोदी विश्व कल्याण और मंदिर निर्माण के लिए संकल्प लेंगे। पीएम के भूमि पूजन के दिन भूमि पूजन का कार्यक्रम काशी और अयोध्या के 21 पंडितों की टीम 8 बजे सुबह शुरू कर देगी। मुख्य पूजा पीएम मोदी के आगमन पर सम्पन्न करवाई जाएगी। इसी समय चांदी की शिला को भी पूजन करके गर्भ स्थल पर स्थापित किया जाएगा।
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अलग-अलग कालखंड में अलग-अलग ब्राह्मण पूजा कराएंगे। 18 अप्रैल से गर्भ गृह पर वास्तुपूजा औरर आहुतियां की जा रही हैं। भगवान विष्णु, राम और हनुमान के नाम से 1000 बार आहुति दी गई है। एक बार राम अर्चना भी हुई है। इसमें 6-7 घंटे लगते हैं। गुप्त नवरात्रि पर दुर्गा पूजा हुई। 700 मंत्रों की पूजा भी हुई। पीएम मोदी 5 अगस्त को रामलला के दर्शन भी करेंगे और एक छोटे से वृक्ष का रोपण भी करेंगे।
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