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तीन शातिर ठग गिरफ्तार
पुलिस ने इनके पास से ठगी की नगदी, प्राचीन सिक्के एवं इलेक्ट्रानिक उपकरण और भारी मात्रा में विदेशी करेंसी के फर्जी दस्तावेज बरामद किया है.
पुलिस की गिरफ्त में आये तीनों देखने में भले ही भोले-भाले लगते हो लेकिन इनकी करतूत काफी लम्बी है. ये अष्टधातु और पुराने सिक्के को लूट कर अन्तराष्ट्रीय बाजार में बेचने काम करते है. वहीं बड़े पैमाने पर भोले-भाले लोगों को विदेशी करेंसी का लालच देकर रातों-रात करोड़पति बनाने का सपना दिखाकर करोड़ो रूपये की ठगी को अंजाम दे चुके है.
मुखबिर की सूचना पर हुई गिरफ्तारी
मुबारकपुर के राम जानकी मंदिर से अष्टधातु की 6 मूर्तियों की चोरी की जांच कर रही पुलिस टीम ने तीन दिन पहले जहां एक महिला समेत 6 लुटेरों को गिरफ्तार किया, वहीं पुलिस की छानबीन में यह सामने आया कि ये तीनों बड़े पैमाने पर मंदिरों से अष्टधातु की मूर्तियों को लूटने की साजिश और लूट के बाद मूर्तियों को अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में बेचते थे. मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम ने नगर के बाइपास से तीनों शातिर लुटेरे और ठग चन्द्रभूषण सिंह, इन्द्रेश कुमार, करमजीत मौर्या को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने इनके ऑफिस बेलइसा से फर्जी कूटरचित विदेशी करेंसी से जुड़े एक बोरा दस्तावेज, लैपटाप , प्रिन्टर तथा साठ हजार रूपये नगदी बरामद किया.हिमाचल प्रदेश से ऑपरेट होता है गैंग
पुलिस अधीक्षक प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह ने बताया कि ये राइस पुलर गैंग के सदस्य है. ये भोले-भाले लोगों को रातों-रात विदेशी करेंसी के नाम पर करोड़पति बनाने के सपने दिखाते थे. इनसे अब तक पूछताछ में यह सामने आया है कि इनका गैंग हिमाचल प्रदेश से चलता है. इनके पास से विदेशी करेंसी के फर्जी दस्तावेज बड़ी मात्रा में बरामद हुए है, उसकी जांच चल रही है. इनके ठगी का शिकार हुए जौनपुर जिले के शाहगंज के लेखपाल ने बताया वे उसके और एक अन्य व्यक्ति के कुल 5 लाख रूपया लेकर करोड़पति बनाने का सपना दिखाया. इसके बाद वे कोलकता लेकर गये जहां उन्हे कुछ डेमो दिखाया गया, लेकिन वह संतुष्ट नहीं हुआ और वापस आते समय रूपये की मांग कि तो तीनों ने जान से मारने की धमकी भी दी.
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