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हाइलाइट्स:
- गोदावरी नदी में बाढ़ के कारण पूर्वी और पश्चिम गोदावरी जिलों के कई गांव पानी में डूबे
- तेलंगाना के भद्राचलम में जलस्तर बढ़ने के कारण छोड़ा गया 18.27 क्यूसेक पानी
- पश्चिम गोदावरी जिले में 55 से ज्यादा गांव और पूर्वी गोदावरी जिले में करीब 100 गांव जलमग्न हैं
आंध्र प्रदेश में गोदावरी नदी में बाढ़ के कारण पूर्वी और पश्चिम गोदावरी जिलों में कई गांव जलमग्न हैं। पड़ोसी तेलंगाना के भद्राचलम में जलस्तर 60 फीट पार करने के बाद राजामहेंद्रवरम के पास दोवलेश्वरम में सर ऑर्थर कॉटन बैराज में सोमवार को 18.27 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। अलर्ट का स्तर बढ़ाए जाने के मद्देनजर प्रशासन बाढ़ के पानी को बंगाल की खाड़ी में छोड़ रहा है।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) ने बताया कि दोवलेश्वरम में दूसरे स्तर की चेतावनी दी गई है। बाढ़ के कारण पश्चिम गोदावरी जिले में 55 से ज्यादा गांव और पूर्वी गोदावरी जिले में करीब 100 गांव जलमग्न हैं। पूर्वी गोदावरी में बाढ़ प्रभावित गांवों से करीब 6,000 लोगों को सुरक्षित निकाला गया और उन्हें राहत शिविरों में पहुंचाया गया। पश्चिम गोदावरी में भी करीब 2,000 लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया।
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एहतियात के तौर पर रोकी गई बिजली
गोदावरी की सहायक गौतमी, वशिष्ठ और व्यनतेया नदियों में भी जलस्तर बढ़ गया है। एहतियात के तौर पर प्रभावित गांवों की बिजली आपूर्ति रोक दी गई है। एसडीएमए ने बताया कि राहत और बचाव अभियान के लिए नौका और अन्य उपकरणों के साथ एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों को बाढ़ प्रभावित गांव भेजा गया है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने संबंधित अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की और युद्ध स्तर पर राहत अभियान चलाने को कहा।
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