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मस्जिद निर्माण से पहले ट्रस्ट ने जारी किया लोगो
अयोध्या (Ayodhya) के बाहरी क्षेत्र में मस्जिद बनाने के लिए 5 एकड़ ज़मीन दी गई है. यहां पर मस्जिद बनाने और उसका संचालन करने के लिए इस संगठन को बनाया गया है.
IICF ट्रस्ट के सचिव अतहर हुसैन ने इस लोगों की बारीकियों से जानकारी देते हुए बताया कि यह लोगो एक इस्लामी प्रतीक रब-अल-हिज्ब है. जिसका अरबी में ‘रब’ का अर्थ एक चौथाई है और ‘हिज्ब’ का मतलब एक समूह या पार्टी है. दरसअल, 60 हिज्बों में विभाजित की गई कुरान को याद करने का यह आसान तरीका है. इस प्रतीक का उपयोग अरबी कैलिग्राफी में अध्याय को चिह्नित करने के लिए मार्कर के तौर पर किया जाता है. इस लोगो को डिजाइन करने में जानकारों की मदद ली गई है और कोशिश की गई है की लोगो से अपनी बात को आसानी से समझया जा सके.
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इसको बनाने में आर्किटेक्ट के जानकारों के अलावा अरबी के जानकारों की भी मदद ली गई है. वहीं इससे पहले शनिवार को ट्रस्ट के सचिव और सदस्यों ने जिला प्रशासन से धनीपुर में मिली 5 एकड़ जगह का निरीक्षण भी किया था. साथ ही सचिव अतहर हुसैन और ट्रस्टी इमरान अहमद शिबली समेत ट्रस्ट के अन्य सदस्यों ने धनीपुर और आसपास के गांवों के मौलवियों और मुस्लिम समुदाय के लोगों से मुलाकात की थी. इस दौरान ग्रामीणों ने मस्जिद और अन्य सार्वजनिक सुविधाओं के निर्माण में पूरा सहयोग देने की बात कही.अरबी भाषा का प्रतीक
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार, अयोध्या के बाहरी क्षेत्र में मस्जिद बनाने के लिए 5 एकड़ ज़मीन दी गई है. यहां पर मस्जिद बनाने और उसका संचालन करने के लिए इस संगठन को बनाया गया है. जो नया लोगो बनाया गया है उसे अरबी भाषा के प्रतीकों में एक अध्याय के अंत के तौर पर देखा जाता है.
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